बिक्रमजीत सिंह
हरिद्वार आज 14 अप्रैल 2024 को 134वा जन्मोत्सव पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की गई कमेटी के सदस्य पंकज ने बताया कि जो कि पूरे उत्तराखंड के अंदर ऐसी प्रतिमा नहीं है यह प्रतिमा उत्तराखंड के अंदर पहली बार लगी है। वही दूसरी ओर कमेटी के अध्यक्ष अरविंद ने डॉ भीमराव अंबेडकर के बारे मैं बताया कि आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बनें.उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं उन्होंने विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान 26 नवंबर 1949 में तैयार कियाउन्होंने बताया कि इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा.बाल विवाह प्रचलित होने के कारण अंबेडकर का विवाह 1906 में 9 साल की रमाबाई से हुआ. इस समय भीमराव की उम्र 15 साल थी.
पहली पत्नी रमाबाई की मृत्यु के बाद उन्होंने सविता से दूसरा विवाह किया.भीमराव अंबेडकर 9 भाषाओं को जानते थे. इन्होंने देश-विदेश के कई विश्वविद्यालयों से पीएचडी की कई मानक उपाधी प्राप्त की. बाबा साहेब के पास लगभग 32 डिग्रियां थीं.1951 में संसद में अपने हिंदू कोड बिल मसौदे पर रोके जाने के बाद उन्होंने मंत्रीमंडल पद से इस्तीफा दे दिया. इस मसौदे में उत्तराधिकार, विवाह और अर्थव्यवस्था को लेकर कानून में लैंगिक समानता की बात कही गई थी. 1956 में बाबा साहेब ने हिंदू धर्म को छोड़ बौद्ध धर्म अपना लिया. इनके साथ इनकी पत्नी सविता और लाखों दलितों ने भी बौद्ध धर्म को अपनाया था.भीमराव अंबेडकर की मृत्यु 06 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनके आवास में हुई थी. वह मधुमेह से पीड़ित थे.मृत्यु के बाद भीमराव अंबेडकर को 1990 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.वही दूसरी और उन्होंने देश के युवाओं को नशे के खिलाप संदेश दिया कि आज हमारा सारा युवा नसे की तरफ दौड़ रहा है उन्होंने कहा कि इस नसे से दूर रहो और अपने ओर अपने भारत का नाम रोसन करो ओर वही दूसरी और सभी ग्रामवासियों ने डॉ भीमराव अंबेडकर
का जन्ममोत्स केक काटकर और ढोल नगाड़ों के साथ मनाया ओर प्रसादः वितरण किया इस मौके पर उपस्थित रहे कमेटी के अध्यक्ष अरविंद , उपाध्यक्ष विनोद ,सचिव ललित कुमार ,कोषाध्यक्ष कुलदीप, संयोजक चंद्रपाल सदस्य -, पंकज जी ,मिंटू कुमार ,ललित कुमार , रवि कुमार ,सनी कुमार , सुमित कुमार ,अंजू कुमार , अशोक कुमार , सोनी कुमार, मुकेश कुमार ,तेजपाल , लाखन सिंह एडवकेट, शीशपाल , मांगेराम , रवि कुमार , शेंकी कुमार आदि,