आनंदपूर साहिब (संसार वाणी) आज दिनांक 5/08/2025 तख़्त श्री केसगढ़ साहिब के पवित्र सरोवर के लिए कार सेवा शुरू हो गई है मौके पर जत्थेदार ग्यानी कुलदीप सिंह गर्गाज ने भी सेवा की और कुलदीप सिंह गर्गाज ने बताया कि यह सेवा केवल सरोवर की सेवा ही नहीं है बलकि सिख समाज में एकता का प्रतीक है और ये सेवा हमारे जज्बे को और भी मजबूत करती हैं.

आज कार सेवा के नेतृत्व मे सरोवर की सफ़ाई की सेवा प्रारंभ की जा चुकी है जो लगभग 8 से 10 दिन तक चलेगी जिसमें देश के कोने-कोने से संगत सेवा करने में अपना योगदान देने आ रही हैं और उन्होंने बताया कि इससे पहले सरोवर की सफाई 1997 में करवाई गई थी और उसके बाद आज शुरू की गई है, पिछले 15 दिन से 20 सरोवर के पानी को सुखाने की प्रक्रिया चल रही थी, जिसके बाद आज से सफाई का अगला चरण शुरू हुआ.

इस खास मौके पर आनंदपूर साहिब के सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में तखथ श्री केसगढ़ साहिब पहुंचे. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, युवा और महिलाएं, सभी इस सेवा कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखाई दिए. गुरुद्वारा परिसर में सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई. हर कोई इस पवित्र कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उत्साहित था डेरा कार सेवाक के जत्थेदार बाबा बचन सिंह कार सेवा दिल्ली वाले, जत्थेदार बाबा महिंदर सिंह दिल्ली वाले, जत्थेदार बाबा सुखा सिंह करनाल वाले, ने इस अवसर पर अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, ” काशी लंबे अरसे के बाद आज यह पवित्र दिन आया है. हम संगत के बेहद शुक्रगुजार हैं कि वे इतनी बड़ी संख्या में इस सेवा में शामिल हुए.”

और उन्होंने यह भी बताया कि साफ-सफाई का यह काम लगभग एक 8 से 10 दिन तक चलेगा. और हमें उम्मीद है कि सफ़ाई के बाद सरोवर को फिर से शुरू कर दिया जाएगा, जिसके बाद यह पहले की तरह श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध होगा.सरोवर का यह सफाई अभियान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सिख समुदाय की एकजुटता और सेवा भावना को भी दर्शाता है. कार सेवा ने सभी से अपील की है कि वे इस कार्य में सहयोग करें, ताकि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जा सके.आने वाले दिनों में भी संगत से इसी तरह के सहयोग की उम्मीद की जा रही है. सेवा के दौरान बाबा लाडी,बाबा पंडित, सुभा सिंह ढिल्लों, जोगिंदर सिंह, गुरमेल सिंह बाजवा, गुरूलाल बाजवा, अमीर सिंह, जसकरन सिंह, बिक्रमजीत सिंह, गुरजंत सिंह, सुखदेव सिंह, कुल्बीर सिंह, महिंदर सिंह, सुखपाल सिंह, महिपाल सिंह, सुखचैन, आदि हजारों की तादौर में संगत उपस्थित रहे।