Karwa Chauth 2025: देशभर में दिखाई दिया चांद, अर्घ्य देकर पूरा हुआ सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ

 आज रात देशभर में चांद के निकलने के साथ ही करवा चौथ के त्योहार का समापन हो चुका है। सुहागिन महिलाओं ने निर्जला व्रत रखते हुए चांद को अर्घ्य देकर व्रत को पूरा किया। इसके साथ ही चंद्रदेव से पति की लंबी आयु की कामना करते हुए प्रार्थना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

Karwa Chauth 2025 Date Puja Vidhi Samagari List Moon rise time Karva Chauth Chand Nikalne Ka Samay

साल 2026 में कब मनाया जाएगा करवा चौथ 

इस साल का करवा चौथ अब पूरा हो चुका है। हर वर्ष यह त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। अब साल 2026 में करवा चौथ 29 अक्तूबर को मनाया जाएगा। 

चंद्रमा के दर्शन के साथ व्रत का हुआ पारण

करवा चौथ का पावन व्रत देशभर में चंद्रमा के दर्शन के साथ ही श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हो गया। पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए रखा गया यह निर्जला उपवास, जैसे ही रात को चंद्रमा निकला, पूरे भक्तिभाव के साथ पूर्ण किया गया।

सुबह सूर्योदय से शुरू हुए इस कठिन व्रत के दौरान लाखों सुहागिनों ने बिना पानी पीए दिनभर उपवास रखा। शाम होते-होते सभी की नजरें आसमान पर टिकी थीं, और जैसे ही चांद ने दर्शन दिए, हर घर और मंदिर में उत्सव जैसा माहौल बन गया।

दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, जयपुर और कोलकाता सहित देश के विभिन्न हिस्सों से चांद दिखने की खबरें आईं, और इसी के साथ व्रती महिलाओं ने अर्घ्य देकर अपने व्रत का पारण किया। श्रद्धा, प्रेम और समर्पण से भरा यह पर्व एक बार फिर पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

Karwa Chauth 2025 Chandra Dev Arghya Mantra: चंद्र देव को अर्घ्य देते समय करें किन मंत्रों का जप?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंद्र देव की पूजा करने से पति-पत्नी के बीच के रिश्ते मजबूत होते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। अगर आप भी चंद्र देव की कृपा पाना चाहती हैं, तो करवा चौथ या किसी भी शुभ दिन चंद्रमा को अर्घ्य देते समय मंत्रों और नामों का जाप अवश्य करें।

  • ॐ द्युतिलकाय नमः
  • ॐ द्विजराजाय नमः
  • ॐ ग्रहाधिपाय नमः
  • ॐ ग्रसितार्काय नमः
  • ॐ ग्रहमंडलमध्यस्थाय नमः
  • ॐ मेरुगोत्रप्रदक्षिणाय नमः
  • ॐ दांताय नमः
  • ॐ महेश्वरप्रियाय नमः
  • ॐ वसुसमृद्धिदाय नमः
  • ॐ विवस्वन्मंडलाग्नेयवासाय नमः
  • ॐ दिव्यवाहनाय नमः
  • ॐ चतुराय नमः
  • ॐ चतुरश्रासनारूढाय नमः
  • ॐ अव्ययाय नमः
  • ॐ कर्कटप्रभुवे नमः
  • ॐ करुणारससंपूर्णाय नमः
  • ॐ प्रियदायकाय नमः
  • ॐ अत्यंतविनयाय नमः
  • ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः
  • ॐ नयनाब्जसमुद्भवाय नमः
  • ॐ कुंदपुष्पोज्वलाकाराय नमः
  • ॐ धनुर्धराय नमः
  • ॐ दंडपाणये नमः
  • ॐ दशाश्वरथसंरूढाय नमः
  • ॐ श्वॆतगंधानुलेपनाय नमः
  • ॐ श्वेतमाल्यांबरधराय नमः
  • ॐ सितभूषणाय नमः
  • ॐ सितांगाय नमः
  • ॐ सितच्छत्रध्वजोपेताय नमः
  • ॐ सनकादिमुनिस्तुताय नमः
  •  ॐ सर्वज्ञाय नमः
  • ॐ सर्वागमज्ञाय नमः
  • ॐ साधुवंदिताय नमः
  • ॐ स्ॐयजनकाय नमः
  • ॐ सकलार्तिहराय नमः
  • ॐ भुवनप्रतिपालकाय नमः
  • ॐ भव्याय नमः
  • ॐ भूच्छायाच्छादिताय नमः
  • ॐ निरामयाय नमः
  • ॐ निर्विकाराय नमः
  • ॐ निराहाराय नमः
  • ॐ निस्सपत्नाय नमः
  • ॐ जगदानंदकारणाय नमः
  • ॐ जगत्प्रकाशकिरणाय नमः
  • ॐ भवबंधविमोचनाय नमः
  • ॐ भक्तिगम्याय नमः
  • ॐ भायांतकृते नमः
  • ॐ सागरोद्भवाय नमः
  • ॐ सर्वरक्षकाय नमः
  • ॐ सामगानप्रियाय नमः
  • ॐ भक्तदारिद्र्यभंजनाय नमः
  • ॐ भद्राय नमः
  • ॐ मुक्तिदाय नमः
  • ॐ भुक्तिदाय नमः
  • ॐ मुक्तिदाय नमः
  • ॐ भक्तानामिष्टदायकाय नमः
  • ॐ सुरस्वामिने नमः
  • ॐ सुधामयाय नमः
  • ॐ जयफलप्रदाय नमः
  • ॐ जयिने नमः
  • ॐ शुभ्राय नमः
  • ॐ शुचये नमः
  • ॐ क्षयवृद्धिसमन्विताय नमः
  • ॐ क्षीणपापाय नमः
  • ॐ क्षपाकराय नमः
  • ॐ नित्यानुष्ठानदाय नमः
  • ॐ अमर्त्याय नमः
  • ॐ मृत्युसंहारकाय नमः
  • ॐ कामदायकाय नमः
  •  ॐ कामकृताय नमः
  •  ॐ कालहेतवे नमः
  •  ॐ कळाधराय नमः
  •  ॐ देवभोजनाय नमः
  • ॐ द्युचराय नमः
  •  ॐ प्राकाशात्मने नमः
  • ॐ स्वप्राकाशाय नमः
  • ॐ अष्टदारुकुठारकाय नमः
  • ॐ अनंताय नमः
  •  ॐ अष्टमूर्तिप्रियाय नमः
  • ॐ शिष्टपालकाय नमः
  • ॐ पुष्टिमते नमः
  • ॐ दुष्टदूराय नमः
  • ॐ दोषाकराय नमः
  • ॐ विदुषांपतये नमः
  • ॐ विश्वेशाय नमः
  • ॐ वीराय नमः
  • ॐ विकर्तनानुजाय नमः
  • ॐ ज्योतिश्चक्रप्रवर्तकाय नमः
  • ॐ जयोद्योगाय नमः
  • ॐ जितेंद्रियाय नमः
  • ॐ साधुपूजिताय नमः
  • ॐ सत्पतये नमः
  • ॐ सदाराध्याय नमः
  • ॐ सुधानिधये नमः
  • ॐ निशाकराय नमः
  • ॐ ताराधीशाय नमः
  • ॐ चंद्राय नमः
  •  ॐ शशिधराय नमः
  • ॐ श्रीमते नमः
  • ॐ द्विभुजाय नमः
  • ॐ औदुंबरनागवासाय नमः
  • ॐ उदाराय नमः
  • ॐ रोहिणीपतये नमः
  • ॐ नित्योदयाय नमः
  • ॐ मुनिस्तुत्याय नमः
  • ॐ नित्यानंदफलप्रदाय नमः
  • ॐ सकलाह्लादनकराय नमः
  • ॐ पलाशसमिधप्रियाय नमः।

Karwa Chauth Vrat Parana: करवा चौथ पर न दिखे चांद तो कैसे करें पारण?   

अगर करवा चौथ पर चंद्रमा बादलों की वजह से दिखाई न दे, तो व्रतधारी महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, ऐसे में भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए क्योंकि उनके मस्तक पर स्वयं चंद्रमा विराजमान हैं। इसलिए आप शिवजी की प्रतिमा या चित्र के सामने माथे पर विराजे चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करें। इसके बाद श्रद्धा भाव से भगवान शिव की पूजा करें और उनसे पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करें। पूजा के बाद, पति के हाथों से पानी पीकर व्रत का पारण करें। इस तरह, चंद्र दर्शन न होने पर भी आपका व्रत पूर्ण और फलदायी माना जाता है।

Karwa Chauth Vrat Parana: करवा चौथ व्रत का पारण कैसे करें?

  • पूजा की थाली में जल, दीपक, छलनी और बाकी पूजन सामग्री रखें।
  • चांद निकलने पर छत या खुले आकाश के नीचे जाएं और चंद्रोदय की दिशा में मुंह करें।
  • चंद्रमा को अर्घ्य दें ।
  • अर्घ्य देते समय चंद्र देव के नामों का मंत्र जप करें और श्रद्धा से पूजा करें।
  • छलनी में दीपक रखकर पहले चंद्रमा को देखें, फिर उसी छलनी से पति के दर्शन करें।
  • पति से आशीर्वाद लें और उनके हाथों से मिठाई या कुछ मीठा खाकर व्रत खोलें।
  • बड़ों के चरण स्पर्श करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
  • व्रत के बाद सात्विक भोजन ही करें, तामसिक चीजों से परहेज रखें।
  • अपनी सामर्थ्य अनुसार अन्न, धन या वस्त्र का दान करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।

करवा चौथ के पारण में क्या खाना चाहिए

करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद चांद के दर्शन करते हुए व्रत को पूरा करती हैं। पति के हाथों से पानी ग्रहण करने के बाद कुछ हल्का भोजन लेना चाहिए। जैसे नारियल पानी, दलिया और खिचड़ी आदि।

करवा चौथ पर न हो चांद के दर्शन तो करें ये काम

  • करवा चौथ पर अपने शहर में चंद्रमा न दिखाई देने पर मित्र या किसी रिश्तेदार की सहायता से वीडियो कॉल पर उनके शहर में निकले चांद का दर्शन कर व्रत का पारण कर सकती हैं।
  • धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पानी से भरे कलश या थाली में चांद का प्रतिबिंब बनाकर आप व्रत का पारण कर सकती हैं।

चांद न दिखाई दे तो करें यह उपाय

कई बार कुछ स्थानों पर करवा चौथ पर चांद नहीं दिखता है। ऐसे में चांद के दर्शन के लिए भगवान शिव के सिर पर सुशोभित चंद्रमा को देखकर या चांदी के सिक्के को लेकर दर्शन करते हुए व्रत को पूरा किया जा सकता है। 
 

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ व्रत पारण विधि

करवा चौथ पर चांद के निकलने पर चंद्रमा के दर्शन और चांद को अर्घ्य देने के बाद पति का चेहरा देखने के बाद व्रत पारण किया जाता है। व्रत पारण पति के हाथ से जल ग्रहण करके किया जाता है। फिर अपनी सास मां का पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है। 
 

Karwa Chauth Mantra: करवा चौथ पर चांद को अर्घ्य देते समय जपे ये मंत्र

सुगाहिनों का करवा चौथ का व्रत अब पूरा होने वाला है। चांद के निकलने पर अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाता है, इस दौरान चंद्रमा को अर्घ्य देते समय जरूर बोले ये मंत्र-

ऊं श्रा श्रीं श्रीं स: चंद्रमसे नम:
ऊं श्रीं श्रीं चंद्रमसे नम:

 

Moon Rise Time Today: कहां और कब दिखेगा करवा चौथ का चांद

  • कोलकाता में सबसे पहले शाम 7.30 बजे 
  • दिल्ली में रात 8.13 बजे
  • गुरुग्राम में रात 8.13 बजे
  • गाजियाबाद में रात 8.13 बजे
  • नोएडा में रात 8.13 बजे
  • मुंबई में रात 8.55 बजे
  • कोलकाता में शाम 7.30 बजे
  • चेन्नई में रात 8.38 बजे
  • चंडीगढ़ में रात 8.08 बजे
  • लुधियाना में रात 8.11 बजे
  • इंदौर में रात 8.33 बजे
  • भोपाल में रात 8.26 बजे 
  • जयपुर में रात 8.22 
  • रायपुर में शाम 7.43 बजे 

करवा चौथ व्रत पारण की विधि

करवा चौथ पर चांद के निकलने पर चंद्रमा के दर्शन और चांद को अर्घ्य देने के बाद पति का चेहरा देखने के बाद व्रत पारण किया जाता है। व्रत पारण पति के हाथ से जल ग्रहण करके किया जाता है। फिर अपनी सास मां का पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है। 
 

Karwa Chauth Moon Rise Time Today: यहां पर दिखेगा सबसे पहले करवा चौथ का चांद

अब से थोड़ी देर बाद चंद्रोदय होगा। सबसे पहले कोलकाता में करवा चौथ का चांद नजर आएगा। यहां पर करीब 7 बजकर 42 मिनट पर चांद दिखाई देगा, फिर इसके बाद धीरे-धीरे देश के दूसरी जगहों पर करवा चौथ का चांद दिखाई देगा।

UP Me Chand Kab Niklega: उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में कब निकलेगा चांद

करवा चौथ का त्योहार उत्तर भारत में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस प्रदेश के पांच बड़े शहरों में कब निकलेगा चांद
 

  • नोएडा : रात में 8 बजकर 13 मिनट पर
  • लखनऊ : रात में 8 बजकर 02 मिनट पर
  • कानपुर : रात में 8 बजकर 06 मिनट पर
  • मेरठ: रात में 08 बजकर 10 मिनट पर                   
  • आगरा:रात में 08 बजकर 08 मिनट पर         

Karwa Chauth 2025

Aaj Kab Niklega Chand:थोड़ी देर बाद इंतजार होगा खत्म, जानें अपने शहर में चांद के निकलने का समय

सुहागिन महिलाओं ने आज सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक करवा चौथ का व्रत रखा हुआ है। अब करवा माता की पूजा, आरती और कथा के बाद सभी को अपने-अपने शहरों में चांद के निकलने का इंतजार है।  देखें आपके शहर में चंद्रोदय का समय।
 

शहरसमय
दिल्ली         रात 08:13
नोएडा           रात 08:13
मुंबई             रात 08:55
कोलकाता       रात 07:41
चंडीगढ़          रात 08:08
पंजाब            रात 08:10
जम्मू                रात 08:11
लुधियाना         रात 08:11
देहरादून           रात 08:04
शिमला             रात 08:06
पटना               रात 07:48
लखनऊ            रात 08:02
कानपुर             रात 08:06
प्रयागराज          रात 08:02
इंदौर               रात 08:33
भोपाल              रात 08:26
अहमदाबाद       रात 08:47
चेन्नई            रात 08:37
बंगलूरू     रात 08:48
जयपुर           रात 08:22
रायपुर        रात 07:52

Aaj Chand Niklene Ka Time: आज कब निकलेगा चांद ?

हिंदू धर्म में करवा चौथ के व्रत और इसके बाद रात को चंद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है। चांद के दर्शन किए बिना सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ पूरा नहीं माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार आज रात करीब 08 बजकर 13 मिनट के आसपास चांद निकलेगा। 

Karwa Chauth 2025: छलनी से चांद देखने की परंपरा क्यों

करवाचौथ पर छलनी से चांद देखने की परंपरा होती है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है। कहा जाता है कि वीरवती नामक पतिव्रता स्त्री ने जब करवाचौथ का व्रत किया तो दिनभर उपवास के कारण वह अत्यधिक कमजोर हो गई। उसकी स्थिति देखकर भाइयों ने छल किया। उन्होंने पेड़ की ओट में छलनी लगाकर उसके पीछे अग्नि जला दी और बहन से कहा कि चाँद निकल आया है।

वीरवती ने छलनी से देखा और मान लिया कि चाँद उदित हो गया है। उसने व्रत खोल लिया, जिसके परिणामस्वरूप उसके पति की मृत्यु हो गई। किंतु वीरवती ने अपने अटूट विश्वास और प्रेम से अपने पति को मृत्यु से पुनः जीवन दिलाया। अगले वर्ष करवाचौथ का व्रत पूरी निष्ठा से करने पर चौथ माता प्रसन्न हुईं और उसके पति को पुनः आयुष्य प्रदान किया। तभी से छलनी में से चाँद देखने की परंपरा आज तक निभाई जा रही है।
 

Karwa Chauth 2025 Upay: करवा चौथ पर धन प्राप्ति के उपाय

करवा चौथ पर धन प्राप्ति के कुछ उपायों पर खास महत्व दिया जाता है। करवा चौथ के दिन लाल रंग के कपड़े में हल्दी का गांठ और दूर्वा को बांधकर भगवान गणेश को अर्पित करें। फिर इसको तिजोरी में रख दें। इस उपाय पर मां लक्ष्मी सदा के लिए आपके घर निवास करेंगी और धन-संपदा की कोई भी कमी नहीं रहेगी। 
 

Karwa Chauth 2025

Kab Niklega Chand: कब निकलेगा चांद और निकलने पर क्या करें

अब से थोड़ी देर बाद जैसे-जैसे समय बीतेगा सुगाहिनों का इंतजार कम होता जाएगा, क्योंकि चांद के निकलने का समय होगा। पंचांग के अनुसार आज रात 8 बजकर 13 मिनट पर देश के कहीं हिस्सों में चांद दिखाई देगा। चांद के निकलने पर सबसे पहले उनके दर्शन करते हुए प्रणाम करें, फिर अक्षत, चंदन और फल-फूल को अर्पित करें और करवे से चंद्रदेव को अर्घ्य दें। फिर आरती उतार कर उनका आशीर्वाद लें। 

Karwa Chauth 2025

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time – फोटो : adobe

Chand Nikalne Ka Samay: करीबी 2 घंटे बाद दिखेगा करवा चौथ का चांद

करवा चौथ पर आज सुगाहिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए करवा माता की पूजा और कथा सुनती हैं। फिर इसके बाद रात को चांद के निकलने का इंतजार रहता है। जब चंद्रदेव निकलते हैं तो उनकी पूजा और अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है। अब से कुछ देर बाद आसमान में चांद निकलेगा। 

करवा चौथ चंद्रोदय समय : 08 बजकर 12 मिनट
 

शहरसमय
दिल्ली         रात 08:13
नोएडा           रात 08:13
मुंबई             रात 08:55
कोलकाता       रात 07:41
चंडीगढ़          रात 08:08
पंजाब            रात 08:10
जम्मू                रात 08:11
लुधियाना         रात 08:11
देहरादून           रात 08:04
शिमला             रात 08:06
पटना               रात 07:48
लखनऊ            रात 08:02
कानपुर             रात 08:06
प्रयागराज          रात 08:02
इंदौर               रात 08:33
भोपाल              रात 08:26
अहमदाबाद       रात 08:47
चेन्नई            रात 08:37
बंगलूरू     रात 08:48
जयपुर           रात 08:22
रायपुर        रात 07:52

Aaj Kab Niklega Chand: करवा चौथ का ज्योतिषीय महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी करवा चौथ का विशेष महत्व होता है। करवा चौथ का दिन चंद्रमा की विशेष पूजा होती ही साथ ही मंगल ग्रह की पूजा के लिए विशेष होता है। चंद्रमा को मन, सुंदरता, आरोग्यता, सौम्यता और भावनाओं का कारक माना गया है, जबकि मंगल को पति और दीर्घायु और सौभाग्य का प्रतीक। इस दिन चंद्रमा और मंगलदेव पूजा से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति होती है और दांपत्य संबंध मजबूत बनते हैं। करवा चौथ पर चांद के निकलने से पहले मंगल देव पूजा करने का विधान होता है। 

आज चंद्रोदय का समय ( Karwa Chauth 2025 Moonrise Timing)
करवा चौथ पर आज चंद्रोदय का समय शाम 08 बजकर 13 मिनट पर होगा। देशभर के अलग-अलग शहरों में चांद के निकलने के समय में कुछ बदलाव हो सकता है। 
 

Chand Nikalne Ka Samay: जानें मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में आज रात कब निकलेगा चांद

करवा चौथ के चांद का इंतजार सभी महिलाओं को होता है। रात को चांद के दर्शन और पूजन के बाद ही करवा चौथ का व्रत पूरा माना जाता है। ऐसे में मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में इस समय निकलेगा चांद

करवा चौथ 2025: आपके शहर में चंद्रोदय का समय

  • भोपाल               रात 08:26
  • इंदौर                  रात 08:33
  • ग्वालियर             रात 08:15
  • उज्जैन                रात 08:33

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time: करवा चौथ आज, जानें शुभ मुहूर्त और आपके शहर में चांद निकलने का समय

Chand Kitne Baje Niklega: दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में कितने बजे निकलेगा चांद ?

करवा चौथ का त्योहार दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं दिल्ली एनसीआर में कब निकलगा करवा चौथ का चांद

करवा चौथ 2025: आपके शहर में चंद्रोदय का समय

  • दिल्ली                 रात 20:13
  • नोएडा                 रात 08:13
  • गुरुग्राम               रात 08:14
  • गाजियाबाद          रात 08:11

04:50 PM, 10-Oct-2025

karwa chauth 2025 moon time: चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर और शिमला में चांद निकलने का समय 

आज करवा चौथ का त्योहार है। करवा चौथा पर करवा माता की पूजा निर्जला व्रत रखते हुए किया जाता है और शाम के समय चंद्रोदय होने पर अर्ध्य देकर व्रत पूरा होताा है। आइए जानते हैं चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर और शिमला में चांद निकलने का समय

करवा चौथ 2025
आपके शहर में चंद्रोदय का समय

चंडीगढ़              रात 08:08
लुधियाना            रात 08:11
अमृतसर            रात 08:14
शिमला              रात 08:06

Moon Timing Today: देश के हर हिस्से में कब निकलेगा करवा चौथ का चांद

करवा चौथ का चांद बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और शाम की पूजा के बाद चांद के निकलने पर दर्शन और पूजन के बाद व्रत को पूरा करती हैं। आज रात देश भर में चांद करीब 08 बजे लेकर 9 बजे बीच देश के हर हिस्से में चांद दिखाई देगा। आइए देखते आपके शहर में चांद के निकलने का समय क्या रहेगा। 
 

शहरसमय
दिल्ली         रात 08:13
नोएडा           रात 08:13
मुंबई             रात 08:55
कोलकाता       रात 07:41
चंडीगढ़          रात 08:08
पंजाब            रात 08:10
जम्मू                रात 08:11
लुधियाना         रात 08:11
देहरादून           रात 08:04
शिमला             रात 08:06
पटना               रात 07:48
लखनऊ            रात 08:02
कानपुर             रात 08:06
प्रयागराज          रात 08:02
इंदौर               रात 08:33
भोपाल              रात 08:26
अहमदाबाद       रात 08:47
चेन्नई            रात 08:37
बंगलूरू     रात 08:48
जयपुर           रात 08:22
रायपुर        रात 07:52

Aaj Chand Kitne Baje Niklega: आज रात क्या रहेगा चंद्रोदय का समय

आज रात सभी सुगाहिनों को करवा चौथ के चांद के इंतजार रहेगा। करवा माता की पूजा के बाद चांद के दर्शन और जल अर्पित करते हुए अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके व्रत पूरा करेंगे। पंचांग के अनुसार देश में आज करीब 8 बजकर 13 मिनट के आसपास चांद दिखाई देगा। 
 

Karwa Chauth 2025 Moon Time And Mantra: चंद्रोदय पर चांद को अर्घ्य देते हुए जरूर बोले ये मंत्र

करवा चौथ पर चंद्रोदय का विशेष महत्व होता है। रात को चांद के निकलने पर पूजा-अर्चना और अर्घ्य देने के साथ चंद्रदेव के मंत्र ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:  और ऊं श्रीं श्रीं चंद्रमसे नम: मंत्र का जाप जरूर करें। 

Karwa Chauth 2025 Date Time Shubh Muhurat: करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त

अब से कुछ घंटों के बाद करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा। सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए करवा माता की पूजा-अर्चना और कथा सुनेंगी। करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार करते हुए एक जगह एकत्रित होकर करवा माता की पूजा करती हैं फिर चंद्र के निकलने का इंतजार होता है। आइए जानते हैं करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय।

करवा चौथ 2025 पूजन शुभ मुहूर्त-  10 अक्तूबर
शाम 05:57 मिनट से शाम 07:11 मिनट तक
पूजन अवधि- 1 घंटा 14 मिनट
करवा चौथ व्रत समय- सुबह 06:19 मिनट से शाम 08:13 मिनट तक
करवा चौथ व्रत अवधि- 13 घंटे 54 मिनट

करवा चौथ पर आज चंद्रोदय का समय ( Karwa Chauth 2025 Moonrise Timing)
करवा चौथ पर आज चंद्रोदय का समय शाम 08 बजकर 13 मिनट पर होगा। देशभर के अलग-अलग शहरों में चांद के निकलने के समय में कुछ बदलाव हो सकता है। 

Karwa Chauth Ganesh Aarti: करवा चौथ पर जरुर करें भगवान गणेश की आरती

गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अन्धे को आँख देत, कोढ़िन को काया।
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ।।
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

करवा चौथ माता की आरती

करवा माता की आरती
ॐ जय करवा मैया, माता जय करवा मैया
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया
ॐ जय करवा मैया
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी
ॐ जय करवा मैया।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती
दीर्घायु पति होवे, दुख सारे हरती..
ॐ जय करवा मैया
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे
ॐ जय करवा मैया
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे
ॐ जय करवा मैया

Karwa Chauth 2025 Puja Vidhi At Home: अकेले करवा कैसे बदलें?

अगर आप करवा चौथ की पूजा अकेले कर रही हैं और किसी के साथ करवा बदलने का अवसर नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति में महिलाएं माता गौरी के साथ करवा बदलती हैं। इसके लिए आप पार्वती माता की तस्वीर रख सकती हैं या मिट्टी से गौरी माता की छोटी प्रतिमा बनाकर उन्हें पूजन स्थल पर स्थापित कर सकती हैं।

करवा बदलने की प्रक्रिया में, आपको सात बार हाथों को क्रॉस करते हुए करवा घुमाना होता है। इस दौरान आप बोलें:

“ले सुहागन ले करवा, दे सुहागन दे करवा”।

यह प्रक्रिया माता गौरी को साक्षी मानकर पूरी श्रद्धा से करनी चाहिए। पूजा पूरी होने के बाद करवा को दान कर देना चाहिए, जो इस व्रत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।

इस तरह अकेले में भी करवा चौथ की पूजा पूरी विधि-विधान के साथ की जा सकती है।

Karwa Chauth 2025 Puja Vidhi At Home: अकेले करवा चौथ की पूजा कैसे करें?

  • पूजा स्थल पर करवा चौथ कैलेंडर या चौथ माता की छवि लगाएं।
  • कलश में पानी भरें और उसमें सिक्का, सुपारी, हल्दी की गांठ व अक्षत डालें।
  • कलश के ऊपर आम/अशोक के 5–7 पत्ते रखें और मुंह ढककर उस पर अक्षत रखें।
  • कलश के ऊपर घी का दीपक रखें।
  • एक करवा (मिट्टी या तांबे का) लें, उसमें जल भरें और छेद में 4 सींकें लगाएं।
  • करवे में चांदी का सिक्का या अंगूठी डालें, ढककर मुख पर मिठाई रखें।
  • इसी करवे से चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है।
  • एक और करवा तैयार करें जिसे दान किया जाएगा (खील, बताशे, मिठाई आदि भरें)।
  • अकेली पूजा करने वाली महिलाएं दो करवे भरती हैं एक अपने लिए, एक माता गौरी के लिए।
  • पूजा स्थान पर छलनी रखें जिससे चांद और पति को देखकर अर्घ्य देना है।


Karwa Chauth Puja Samagari: इन चीजों के बिना अधूरी है करवा चौथ की पूजा, यहां जानें पूजन की संपूर्ण सामग्री

Karwa Chauth Chand Puja Vidhi: करवा चौथ पर चांद को अर्घ्य देने की विधि 

  • पूजा से पहले करवा चौथ की कथा जरूर सुनें।
  • चांद की पूजा के लिए एक थाली तैयार करें जिसमें कलश, रोली और चावल, छलनी, आटे का दीपक, मिठाई रखें। 
  • चांद निकलने पर पहले छलनी से चंद्र दर्शन करें।
  • फिर उसी छलनी से पति के दर्शन करें।
  • कलश से चांद को अर्घ्य दें और दीपक दिखाएं।
  • चांद को मिठाई का भोग लगाएं।
  • चंद्रमा की आरती करें।
  • चंद्रमा पर सात बार सीकें (गेहूं की बालियां या चावल) फेंकें।
  • अंत में पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलें।

 Chand Ko Arghya Dene Ka Mantra: चांद को अर्घ्य देते समय कौन सा मंत्र बोलें?

ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:

Karwa Chauth 2025 Live Updates: करवा चौथ पर चांद न दिखे तो क्या करें?

अगर करवा चौथ की रात बादलों की वजह से चांद दिखाई न दे, तो घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति में, जब आपको पता हो कि अन्य जगहों पर चांद निकल चुका है, तो आप निर्धारित चंद्रोदय के समय पर ही चंद्रमा का मन में ध्यान करें। फिर पूजा की पूरी विधि के अनुसार चंद्र देव को अर्घ्य दें और मन से उन्हें प्रणाम करें। इसके बाद आप व्रत खोल सकते हैं। इस तरह श्रद्धा और भावना के साथ किया गया उपवास भी पूर्ण माना जाता है।

Karwa Chauth Vrat Breaks: गलती से टूट जाए व्रत तो क्या करें? 

  • खुद को दोष न दें ।
  • शिव, पार्वती और चंद्र देव से क्षमा मांगें ।
  • संकल्प दोबारा लें ।
  • शाम की पूजा अवश्य करें ।
  • अगले दिन क्षमा प्रार्थना करें।
  • स्वास्थ्य कारण हो तो क्षमा योग्य है ।
  • पति-पत्नी का भाव सबसे महत्वपूर्ण है।

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time: करवा चौथ का चांद कब दिखेगा?

करवा चौथ पर चांद सभी शहरों में रात 8 बजकर 13 मिनट के बाद दिखाई देगा। इससे पहले करवा चौथ की कथा जरूर पढ़ लें। 

Karva Chauth 2025 Vrat: करवा चौथ का व्रत कैसे रखते हैं?

  • करवा चौथ में निर्जला व्रत रखते हैं।  
  • इसमें अन्न और जल का सेवन नहीं किया जाता है। 
  • रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पारण करते हैं। 

Karva Chauth Puja Time: करवा चौथ की पूजा किस समय होती है?

करवा चौथ के दिन सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में पूजा की जाती है। 
Lucky Rashifal: करवा चौथ पर सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन, इन राशि वालों को होगा बड़ा फायदा
 

करवा चौथ में किन देवताओं की पूजा करते हैं?

करवा चौथ के दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश, माता पार्वती, भगवान शिव और चंद्र देव की पूजा करते हैं। 
 

Karwa Chauth 2025 Chand Nikalne Ka Time Karwa Chauth Moonrise Time – फोटो : adobe

  • चंडीगढ़- रात्रि 08:08  
  • लुधियाना-रात्रि 08:11             
  • अमृतसर-रात्रि 08:14           
  • शिमला-रात्रि 08: 06  

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time – फोटो : adobe

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time: आपके शहर में करवा चौथ का चांद कब निकलेगा?

लखनऊ-रात्रि 08:02 मिनट 
बनारस-रात्रि 08:05  मिनट 
कानपुर-रात्रि 08:06 मिनट 
प्रयागराज- रात्रि 08:02 मिनट 

Karwa Chauth 2025 Chandra Pujan: करवा चौथ पर क्यों करते हैं चंद्रमा की पूजा?

चंद्रमा की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि उसे आयु, सुख और मानसिक शांति का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि चंद्र देव की कृपा से जीवन में शांति, संतुलन और वैवाहिक संबंधों में मधुरता बनी रहती है। खासकर करवा चौथ के दिन, सुहागन महिलाएं चंद्रमा की पूजा अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए करती हैं। इस दिन उपवास रखकर वे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति की प्रार्थना करती हैं।

Karwa Chauth Live Updates: क्या है करवा चौथ का अर्थ

करवा चौथ का नाम ही अपने रहस्य को समेटे हुए है। “करवा” एक मिट्टी का विशेष बर्तन होता है। प्राचीन काल में मिट्टी के बने बर्तन ही धार्मिक अनुष्ठानों में प्रमुखता से प्रयुक्त होते थे, क्योंकि वे प्राकृतिक और पवित्र माने जाते थे। आज भी करवा चौथ की पूजा में दो करवे बनाए जाते हैं। इन पर रक्षा सूत्र बाँधा जाता है और आटे व हल्दी से स्वस्तिक का चिन्ह अंकित किया जाता है।

Karwa Chauth 2025 Live Updates: क्यों लेते हैं मिटटी का करवा?

करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे सोलह शृंगार के साथ भगवान शिव, माता पार्वती और श्री गणेश की श्रद्धा भाव से पूजा करती हैं। पूजा की सबसे खास बात होती है मिट्टी से बना करवा, जिसके बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जब रात में चंद्रमा के दर्शन के बाद पति अपनी पत्नी को करवे से जल पिलाते हैं, तो यह अनुष्ठान उनके वैवाहिक जीवन में पवित्रता, प्रेम और स्थायित्व का प्रतीक बन जाता है।

Karwa chauth 2025 Live: करवा चौथ के दिनभर के शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:45 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:04 बजे से दोपहर 02:51 बजे तक
  • अमृत काल: दोपहर 03:22 बजे से सायं 04:48 बजे तक
  • गोधूलि मुहूर्त: सायं 04:52 बजे से सायं 05:17 बजे तक
  • सायाह्न सन्ध्या मुहूर्त: सायं 04:52 बजे से सायं 06:06 बजे तक
  • निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:43 बजे से रात्रि 12:33 बजे तक

Karwa Chauth Vrat Katha: करवा चौथ व्रत कथा

प्राचीन समय की बात है, एक साहूकार था जिसके सात बेटे और एक बेटी थी। करवा चौथ के दिन उसकी बहुओं और बेटी ने व्रत रखा। पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम को सब चांद निकलने का इंतजार करने लगे।बेटी बहुत भूखी और कमजोर हो गई थी, यह देखकर उसके भाइयों को उसकी हालत पर दया आ गई। वे नहीं चाहते थे कि उनकी बहन और ज्यादा कष्ट झेले, इसलिए उन्होंने एक चाल चली। वे नगर से बाहर गए और एक ऊंचे स्थान पर आग जलाकर एक छलावा किया ताकि वह आग का प्रकाश चांद जैसा लगे।भाइयों ने बहन से कहा कि चांद निकल आया है।

बहन ने बिना जांचे-परखे उनकी बात मान ली और अग्नि को चांद समझकर अपना व्रत तोड़ दिया। लेकिन जैसे ही उसने व्रत तोड़ा, उसी समय उसका पति बीमार पड़ गया और घर की सारी दौलत इलाज में खत्म हो गई।बाद में जब बहन को सच्चाई का पता चला, तो उसे अपने छल से टूटे व्रत पर बहुत पछतावा हुआ। उसने पूरी श्रद्धा से भगवान गणेश की पूजा की और अपनी गलती के लिए क्षमा मांगी। उसकी सच्ची प्रार्थना और पूजा से उसका पति धीरे-धीरे ठीक हो गया और घर में फिर से सुख-शांति लौट आई।

Karwa Chauth Vrat Katha: करवा चौथ का पर्व आज, जानें क्या है व्रत की संपूर्ण कथा

Karwa Chauth Pujan Thali:करवा चौथ पूजन थाली में क्या रखें

  •  करवा (मिट्टी या धातु का पात्र)
  • तांबे का लोटा (अर्घ्य के लिए)
  • करवा माता की तस्वीर
  • सींक (मां की शक्ति का प्रतीक)
  • फल और फूल
  • सुहाग का सामान (चूड़ी, बिंदी, सिंदूर आदि)
  • दीपक (जलाया हुआ दीया)
  • मिठाई (भोग व पारण के लिए)
  • छलनी (चांद और पति को देखने हेतु)

Karwa Chauth Zodiac Signs: करवा चौथ पर सावधान रहें ये 3 राशियां

  • करवा चौथ के दिन बनने वाले विडाल योग और व्यातीपात योग मेष राशि वालों के लिए कुछ मुश्किलें लेकर आ सकते हैं। इस समय आपके परिवार में कुछ चिंता और तनाव बढ़ सकता है, जिससे आपका मन अशांत रहेगा।
  • मिथुन राशि वालों के लिए भी करवा चौथ का दिन कुछ कठिनाइयों से भरा रहेगा। पारिवारिक जीवन में पुराने विवाद या अनबन फिर से उभर सकती है, जिससे घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है।
  • कुंभ राशि वालों के लिए भी करवा चौथ के दिन बनने वाला विडाल और व्यातीपात योग चुनौतियां लेकर आएगा। इस समय आपके निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे सही समय पर महत्वपूर्ण फैसले लेना मुश्किल हो जाएगा।

Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurat: करवा चौथ 2025 शुभ मुहूर्त

पूजा का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ की पूजा शाम 05:57 बजे से रात 07:11 बजे तक की जा सकती है।
कुल अवधि: 1 घंटा 14 मिनट

Karwa Chauth 2025 Chalni Se Chand Puja: करवा चौथ पर छलनी में दिया रखकर क्यों देखते हैं? 

  • दीए की रोशनी को शुभ और पवित्र माना जाता है, जो वातावरण को शुद्ध करती है।
  • मान्यता है कि दीए की लौ बुरी शक्तियों, नकारात्मक ऊर्जा और शाप से रक्षा करती है।
  • छलनी से चांद और फिर पति को देखने की परंपरा, पति की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए होती है।
  • छलनी जीवन में आने वाली बाधाओं को छानने और केवल शुभता को स्वीकार करने का प्रतीक मानी जाती है।
  • यह रिवाज़ वर्षों से चला आ रहा है और महिलाओं की श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है।

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर महिलाएं क्यों देखती हैं छलनी से चांद, जानें मिट्टी के करवे का महत्व

Karwa Chauth 2025 LIVE: करवा चौथ पर क्या करें

  • करवा चौथ पर पूजा के समय सोलह श्रृंगार करना शुभ और अनिवार्य माना गया है, जो सौभाग्य का प्रतीक होता है।#
  • जहां संभव हो, वहां विवाहित महिलाएं एक साथ मिलकर पूजा करें। सामूहिक पूजा से सकारात्मक ऊर्जा और पुण्य दोनों बढ़ते हैं।
  • व्रत की पूजा में भगवान गणेश और माता करवा की विशेष रूप से पूजा की जाती है। इससे व्रत की पूर्णता और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
  • रात को चंद्र दर्शन के बाद ही चंद्रदेव को अर्घ्य अर्पित करें और फिर पति का चेहरा देखकर व्रत खोलें। इससे व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त होता है।

Karwa Chauth Upay: करवा चौथ उपाय

  • करवा चौथ के दिन पूजा-पाठ और कुछ विशेष कार्य करने से व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है।
  • इस दिन करवा माता की पूजा करना और उनकी व्रत कथा का पाठ जीवन में सुख-समृद्धि लाने वाला माना जाता है।
  • सुहागिन महिलाओं को सुहाग की वस्तुएं जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर आदि दान करना अत्यंत शुभ होता है।
  • इसके साथ ही भगवान गणेश और गौरी-शंकर की विधिवत पूजा करने से व्रत पूर्ण फलदायी बनता है।
  • शाम को सोलह श्रृंगार कर चंद्रमा की पूजा करना और उन्हें अर्घ्य देना वैवाहिक जीवन को प्रेममय और सौहार्दपूर्ण बनाता है।
  • अंत में, सात सुहागिन महिलाओं से आशीर्वाद लेकर व्रत का पारण करें, इससे जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य बना रहता है।

Karwa Chauth 2025 Moon Rise Time In Delhi NCR: दिल्ली एनसीआर में कब निकलेगा चांद 

दिल्ली    रात 08 बजकर 13 मिनट
नोएडा     रात 08 बजकर 13 मिनट
फरीदाबाद    रात 08 बजकर 13 मिनट
गाजियाबाद    रात 08 बजकर 11 मिनट
गुरुग्राम     रात 08 बजकर 14 मिनट

Karwa Chauth 2025 Choghadiya Muhurat: करवा चौथ के दिन शुभ चौघड़िया मुहूर्त 2025

लाभ (उन्नति) – प्रातः 07:46 से प्रातः 09:13 
अमृत (सर्वोत्तम) -प्रातः  09:13 से प्रातः 10:41
शुभ (उत्तम) – दोपहर 12:08 से दोपहर 01:35 
लाभ (उन्नति) – रात्रि 09:02 से रात्रि 10:35 

Karwa Chauth 2025 Panchang: करवा चौथ पंचांग 

  • तिथि: शुक्ल पक्ष चतुर्थी
  • वार: गुरुवार
  • नक्षत्र: कृतिका नक्षत्र
  • योग: सिद्धि योग
  • करण: तैतिल करण
  • सूर्य राशि: तुला
  • चंद्र राशि: वृषभ

Karwa Chauth Vrat Niyam: करवा चौथ व्रत के 5 खास नियम

  • करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पहले ही सरगी ग्रहण करना शुभ होता है, इसके बाद किसी भी चीज का सेवन न करें।
  • करवा चौथ के व्रत की कथा का पाठ हमेशा 16 श्रृंगार और लाल जोड़े में करना चाहिए।
  • चंद्रमा देखने के बाद ही व्रत का पारण करें अन्यथा व्रत अधूर माना जाता है।
  • इस दिन निर्जला उपवास रखें।
  • व्रत में तामसिक चीजों का सेवन करें और नुकीली चीजों का उपयोग न करें।

Karwa Chauth Puja Samagri List: करवा चौथ पूजा सामग्री

  • मिट्टी का एक कलश, चंदन और तांबे का लोटा रख लें। 
  • फूल, फूल माला, दीपक ,धूप रोली, चावल, मिठाई, फल।
  • मेवे, करवा चौथ की कथा की पुस्तक।
  • छलनी शुद्ध जल, दूध और दान का सामान।

Karwa Chauth Moon Rise Time : करवा चौथ पर आपके शहर में कब निकलेगा चांद

पंजाब              Karwa Chauth Moon Time  Punjabरात 08:10
जम्मू                Karwa Chauth Moon Time Jammu रात 08:11
लुधियाना          Karwa Chauth Moon Time Ludhianaरात 08:11
देहरादून           Karwa Chauth Moon Time Dehradunरात 08:04
शिमला             Karwa Chauth Moon Time Simlaरात 08:06

Karwa Chauth Bank Holiday: क्या करवा चौथ पर आज बैंक बंद हैं? यहां जानें अपने शहर के बैंकों के बारे में

Karwa Chauth 2025 Pujan Mantra: करवा चौथ 2025 पूजन मंत्र

  • श्रीगणेश का मंत्र – ॐ गणेशाय नमः
  • शिव का मंत्र – ॐ नमः शिवाय
  • पार्वतीजी का मंत्र – ॐ शिवायै नमः
  • स्वामी कार्तिकेय का मंत्र – ॐ षण्मुखाय नमः
  • चंद्रमा का पूजन मंत्र – ॐ सोमाय नमः

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का व्रत आज, जानें क्या रहेगा पूजा का मुहूर्त और कब निकलेगा चांद

Karwa Chauth 2025 City Wise Moon Rise Time: शहर अनुसार चन्द्रोदय का समय

शहर (Karwa Chauth 2025 Moonrise Timing)समय
दिल्ली            Karwa Chauth Moon Time Delhiरात 08:13
नोएडा            Karwa Chauth Moon Time Noidaरात 08:13
मुंबई              Karwa Chauth Moon Time Mumbaiरात 08:55
कोलकाता       Karwa Chauth Moon Time Kolkataरात 07:41
चंडीगढ़           Karwa Chauth Moon Time Chandigarhरात 08:08

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर किन शहरों में समय पर दिखेगा चांद और कहां करना पड़ेगा इंतजार

Karwa Chauth 2025 Live: क्या कुंवारी कन्याएं रख सकती हैं करवा चौथ का व्रत? 

सिर्फ विवाहित महिलाएं ही नहीं, बल्कि अविवाहित लड़कियां भी इस व्रत को रख सकती हैं। कुंवारी कन्याएं यह व्रत मनचाहा जीवनसाथी पाने और उज्जवल भविष्य की कामना के लिए रखती हैं। वे भगवान शिव-पार्वती या भगवान श्रीकृष्ण को ध्यान में रखकर व्रत करती हैं, जिससे उन्हें अच्छा भाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन प्राप्त हो सके। आस्था और श्रद्धा से किया गया यह व्रत कन्याओं के जीवन में भी सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल लाने वाला माना जाता है।

Karwa Chauth Par Karwe Ka Mahatv: करवा चौथ पर करवा और सींक का महत्व

  • करवा चौथ के दिन माता करवा के साथ भगवान शिव-पार्वती और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा के लिए जिस पात्र का उपयोग किया जाता है, उसे करवा कहा जाता है। यह करवा पीतल या मिट्टी का होता है, जिसमें टोटी (नलिका) लगी होती है।
  • पूजन के समय इस टोटी में कांस की सींक लगाई जाती है, जिसे शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। करवा का संबंध भगवान गणेश से जोड़ा जाता है, जो विघ्नहर्ता और मंगलदाता माने जाते हैं। इस कारण करवा और सींक दोनों ही करवा चौथ की पूजा में पवित्रता, शक्ति और मंगलकामना के प्रतीक होते हैं। इनका उपयोग व्रत की पूजा को पूर्णता और आध्यात्मिक महत्व प्रदान करता है।

Karwa Chauth 2025: मिट्टी के करवे से पूर्ण होता है करवा चौथ व्रत, जानें महत्व और पूजा नियम

Karwa Chauth 2025 Vrat Sankalp: करवा चौथ व्रत का संकल्प 

  • व्रत रखने से पहले सुबह स्नान आदि कर शुद्ध होकर पूजा स्थान पर बैठें। 
  • शिव-पार्वती जी के सामने हाथ में फूल और अक्षत (चावल) लेकर मन में यह निश्चय करें कि आप दिनभर व्रत रखकर नियमपूर्वक पूजा करेंगी और चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलेंगी।
  • संकल्प के बाद फूल और अक्षत भगवान को अर्पित कर दें। 
  • इसके साथ ही व्रत का पालन पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करें।

करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं – फोटो : amar ujala

Karwa Chauth 2025 Wishes: करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं

करवा रानी करवा ले, सुघड़ सुहागन करवा ले
बना रहे अमर सुहाग हमारा, मां करवा का आशीष रहे
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं

Karwa Chauth 2025 Rahu Kaal Time: करवा चौथ पर राहु काल 

राहुकाल: प्रातः 10 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक 
अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12:30 तक 
Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर लगभग 1 घंटा 27 मिनट तक रहेगा राहुकाल, जानें कथा सुनने का मुहूर्त

Karwa Chauth Shubh Yog: करवा चौथ शुभ योग 2025

  • कृतिका नक्षत्र: सायं 5 बजकर 31 मिनट तक 
  • सिद्ध योग: सायं 5 बजकर 41 मिनट तक 
  • इसके बाद व्यतीपात योग प्रारंभ होगा।
  • चन्द्रमा वृषभ राशि में रहेंगे।

Karwa Chauth 2025 Date: करवा चौथ 2025 तिथि 

चतुर्थी तिथि प्रारंभ:  9 अक्तूबर, रात्रि  10 बजकर 54 मिनट से
चतुर्थी तिथि समापन:  10 अक्तूबर, सायं 07 बजकर 38 मिनट पर 
उदयातिथि के अनुसार 10 अक्तूबर यानी की आज करवा चौथ का व्रत मान्य होगा।

Karwa Chauth 2025: इस बार करवा चौथ पर कितने बजे निकलेगा चांद? जानें व्रत खोलने का समय

Karwa Chauth 2025: देशभर में दिखाई दिया चांद, अर्घ्य देकर पूरा हुआ सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ

Karwa Chauth 2025 Date Time Shubh Muhurat Puja Vidhi Samagri LIVE:आज देशभर में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है, जिसमें महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और शाम को पारंपरिक सोलह श्रृंगार के साथ चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करती हैं।
Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का व्रत आज, जानिए किस समय होगी पूजा और कब निकलेगा चांद
इस वर्ष करवा चौथ और भी खास बन गया है क्योंकि इस दिन सिद्धि योग और शिववास योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, जिन्हें व्रत के फल को कई गुना बढ़ाने वाला माना जाता है। ऐसे में पूजन का सही तरीका, शुभ मुहूर्त, चंद्रोदय का समय, व्रत कथा और पूजन सामग्री की जानकारी व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है।

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