बिक्रमजीत सिंह
हरिद्वार (संसार वाणी) आज अमर शहीद जगदीश वत्स की 83 वीं पुण्यतिथि पर उन्हें जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रथम श्रद्धांजलि समारोह स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ
(भल्ला पार्क) हरिद्वार में प्रातः 9.30 बजे आयोजित किया गया। इसमें माननीय जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित जी, स्थानीय विधायक मदन कौशिक, महापौर माननीया किरण जैसल ने ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के पश्चात सभी उपस्थित अधिकारियों एवं नागरिकों ने शहीद जगदीश वत्स की मूर्ति पर पुष्पांजलि समर्पित कर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पुष्पांजलि के उपरांत जिलाधिकारी महोदय द्वारा सर्वप्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार को अंग वस्त्र तथा माल्यार्पण करके सम्मानित किया तत्पश्चात उपस्थित सभी स्वतंत्रता सेनानियों शहीदों के उत्तराधिकारियों को अंग वस्त्र तथा माला पहनाकर जिलाधिकारी, विधायक तथा महापौर द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर माननीय जिलाधिकारी महोदय ने स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की हर तरह की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। स्थानीय विधायक मदन कौशिक, श्रीगोपाल नारसन तथा मुरली मनोहर ने भी उपस्थित सेनानी परिवारों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ नरेश चौधरी ने किया।

हरिद्वार में ही दूसरा कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में दोपहर में आयोजित किया गया। यहां पर सर्वप्रथम महापौर श्रीमती किरण जैसल, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार द्वारा ध्वजारोहण किया गया, राष्ट्रगान के पश्चात शहीद जगदीश वत्स की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ नरेश चौधरी ने शहीद जगदीश वत्स के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह से उस 17 वर्षीय ऋषिकुल कालेज के छात्र ने 14 अगस्त 1942 को हरिद्वार में तीन गोलियां खाकर भी तीन स्थानों पर तिरंगा फहराया जिसमें अंतिम तिरंगा उन्होंने रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर फहराया था। गोली लगने के बाद गम्भीर अवस्था में उन्हें इलाज के लिए देहरादून रेफर किया गया, लेकिन वे शहीद हो गए। संगठन के अध्यक्ष देशबन्धु ने अपने उद्बोधन में शहीद जगदीश वत्स के बलिदान को याद करते हुए कहा कि हम सभी उत्तराधिकारियों को भी अपने शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और समाज को नई दिशा दिखाने का कार्य करना चाहिए। संगठन के संयुक्त सचिव अनुराग सिंह गौतम ने उपस्थित सेनानी परिवारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हम लोग ऋषिकुल कालेज के 17 वर्षीय छात्र जगदीश वत्स की 83 वीं पुण्यतिथि पर अपने श्रद्धा सुमन समर्पित करने के लिए यहाँ एकत्रित हुए हैं। देशभर में इतनी कम आयु में शहीद होने वाले एकमात्र आजादी के बलिदानी हैं, शहीद जगदीश वत्स।

उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से जिस स्थान पर हम और आप बैठे हैं, अमर शहीद जगदीश वत्स के नाम से पार्क का निर्माण किया गया था, उचित देखरेख के अभाव में 2021 तक यह पार्क जराजीर्ण स्थिति में पहुँच गया, पर हमारे संगठन के राष्ट्रीय महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी जी के अथक प्रयासों से हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के द्वारा इसका सौन्दर्यीकरण किया गया और 14 अगस्त 2023 को शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा का वर्चुअल लोकार्पण माननीय विधायक आदेश चौहान जी के प्रयास से माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा किया गया। उस समय लोकार्पण की शीघ्रता के कारण कई महत्वपूर्ण कार्य छूट गए थे, जो आगे पूरा करने के लिए प्रस्तावित हैं। उन्होंने बताया कि हमारे राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने अमर शहीद जगदीश वत्स की गौरवगाथा देश के कोने कोने तक पहुंचाई है, उन्होंने घोषणा की है कि जिस तरह असम में शहीद कुशल कोंवर, उड़ीसा में शहीद श्रुति विश्वाल तथा चौरी चौरा में शहीदों की पुण्यतिथि राज्य सरकारें प्रान्तीय तथा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करती हैं, ठीक उसी प्रकार देशभर में सबसे कम उम्र में शहीद होने वाले अमर शहीद जगदीश वत्स की पुण्यतिथि भी प्रान्तीय और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करके हरिद्वार प्रशासन तथा उत्तराखण्ड सरकार की कीर्ति पूरे देश में फैलाएंगे।

स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में 22 प्रान्तों में हर महीने प्रथम रविवार दस बजे दस मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम अभियान की जानकारी देते हुए गौतम ने बताया कि नई पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से अनुप्राणित करने के लिए ध्वजारोहण, राष्ट्रगीत का गायन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों को पुष्पांजलि समर्पित करके एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या शहीद की जीवन गाथा सुनाई जाती है। हरिद्वार जिले में भी इस पार्क में, स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ कोतवाली के सामने, वटवृक्ष सुनहरा रुड़की, राजा विजय सिंह स्मारक कुंजा बहादुरपुर, स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ रुड़की, भगवानपुर, लक्सर तथा बहादराबाद में हर महीने यह कार्यक्रम आयोजित होते हैं। वर्तमान में हम इस स्थल को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करने में संलग्न हैं, ताकि देश के कोने कोने से आने वाले स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवार यहाँ आकर देशभक्ति से अनुप्राणित होकर वापस लौटें। श्रद्धांजलि सभा को स्वतंत्रता सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों का भारत बनाएंगे, संकल्प को पूरा करने के लिए स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के दायित्वों का बोध कराया।

इस अवसर पर महापौर श्रीमती किरण जैसल ने शहीद जगदीश वत्स को श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए कहा कि जिनके त्याग और बलिदान से यह देश आजाद हुआ उनके परिवारों के बीच अपने आप को पाकर गौरव की अनुभूति करती हूँ। उन्होंने नगर निगम से सम्बन्धित स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के हर कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने का आश्वासन दिया। संगठन के कोषाध्यक्ष आदित्य गहलौत ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।
इस कार्यक्रम में डॉ वेद प्रकाश आर्य, पद्मा देवी, वीरेन्द्र गहलोत, शीश राम, शोभा गोयल, शिवानी सैनी, चंद्र प्रकाश मगन, आनंद सिंह चौहान, विवेक शर्मा, अर्जुन सिंह राणा, रमेश कुमार, बाल किशन कोरी, मुकेश त्यागी, राजन कौशिक, भोपाल सिंह, सुरेन्द्र छाबड़ा, जोगिंद्र सिंह तनेजा, अरविन्द कौशिक, अशोक चौहान बहादराबाद, अशोक चौहान रामनगर, परमेश चौधरी, सुधीर कुमार, नरेंद्र कुमार सैनी, माया चौहान, शीला चौहान, चित्रा शर्मा, मनीष छाबड़ा, श्रेयश, मीनाक्षी, श्रुति, राजेश शर्मा, अजय कुमार सरोज सहित स्थानीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।