हरिद्वार।रानीपुर मोड़ क्षेत्र स्थित देवभूमि हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो जाने से हड़कंप मच गया। मृतका के परिवारजनों ने अस्पताल प्रबंधन व ऑपरेटिंग डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया।
परिजनों के अनुसार महिला पूरी तरह स्वस्थ थी और सामान्य प्रसव के लिए अस्पताल लाई गई थी, लेकिन अचानक ऑपरेशन थिएटर ले जाकर आपरेशन शुरू कर दिया गया और इसके बाद महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि आपरेशन के दौरान उचित मेडिकल सुविधाएं, वरिष्ठ डॉक्टर की उपस्थिति और बेसिक ICU सपोर्ट तक मौजूद नहीं था।

क्षेत्रवासियों का बड़ा खुलासा — इस हॉस्पिटल की शिकायत CMO को पहले ही दी गई थी! क्षेत्रवासियों ने बताया कि इस अस्पताल की अवैध गतिविधियों व सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर लगभग एक महीने पहले CMO हरिद्वार को लिखित शिकायत दी गई थी, जिसमें यह आरोप था कि अस्पताल बेसमेंट में अवैध रूप से OPD चला रहा है तथा National Building Code 2016 के गंभीर उल्लंघन हैं। लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। लोगों ने कहा कि “अगर CMO समय रहते जाँच करता और अवैध बेसमेंट में चल रही गतिविधियां बंद कराता — तो शायद आज यह मौत नहीं होती!”

अब सवाल — इस मौत का जिम्मेदार कौन? डॉक्टर? अस्पताल प्रबंधन? या CMO ऑफिस की लापरवाही? स्थानीय लोगों और समाजसेवियों का कहना है कि यह सिर्फ मेडिकल लापरवाही नहीं, यह प्रशासनिक लापरवाही भी है, क्योंकि लिखित शिकायत की अनदेखी की गई।
कानूनी कार्रवाई की मांग तेज
नागरिकों ने मांग की है कि —
महिला की मौत की न्यायिक जांच कराई जाए

ऑपरेटिंग डॉक्टर व हॉस्पिटल प्रबंधन पर FIR दर्ज हो CMO ऑफिस की लापरवाही की भी प्रशासनिक जांच हो देवभूमि हॉस्पिटल की लाइसेंस / NOC की जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाए।

निष्कर्ष देवभूमि हॉस्पिटल पर पहले से अवैध गतिविधियों व भवन मानकों के उल्लंघन के आरोप थे।
अब ताजा मौत ने सवाल और गहरा कर दिया है कि
“एक लिखित शिकायत के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई?”अगर समय रहते जांच हो जाती…
तो क्या आज एक महिला जिंदा होती?









