बिक्रमजीत सिंह
हरिद्वार (संसार वाणी) 2 अक्टूबर भारतीयों और दुनिया भर के लोगों के लिए एक विशेष अवसर है। भारत में, हम इस दिन को गांधी जयंती के रूप में मनाते हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इसी उपलक्ष में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र हरिद्वार में कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र द्वारा आयोजित की थी। जिसका सुभारंभ महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की फोटो पर दीप प्रज्वलित कर और पुष्प अर्पित करके किया गया।
इस प्रतियोगिता में हरिद्वार जिले के कई स्कूल के बच्चो ने प्रतिभाग लिया। जिसमे देवभूमि इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, आचार्यकुलम, DPS, DAV, GGIC, आदि कई सारे स्कूलों के बच्चो ने प्रतियोगिता में भाग लिया। सभी बच्चो द्वारा बहुत ही सुंदर सुंदर पेंटिंग बनाई। जिन्हे देखकर ऐसा लगता था हरिद्वार जिले के कोने कोने में एक से बढ़कर एक टैलेंट विद्यमान है। बच्चो ने अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से समाज में चल रही अच्छाइयां और बुराइयों को और हरिद्वार तीर्थ स्थलों को अपने ड्राइंग शीट पर समेट दिया। सभी स्कूलों के बच्चो के साथ साथ देवभूमि इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के बच्चो ने भी बहुत अच्छी पेंटिंग्स बनाई और बच्चो के साथ साथ अध्यापिका के रूप में मजूद वंदना और नेहा ने भी पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी को बखूभी निभाया। और इसी के साथ वहां पर माजूद सभी स्कूलों के अद्यापको ने भी अपनी अपनी जिमेदारी को बखूबी निभाया।
और इस प्रतियोगिता में आकांक्षा स्कूल के बच्चो ने भी भाग लिया जिसमे दिव्यांग बच्चे पढ़ते है। उन बच्चो को उनकें जजबे, होस्लो और हुनर को देखते हुए कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया और समाज को एक मैसेज भी दिया गया की इस दुनिया में कोई भी काम मुस्कील नहीं है। बस दिल में जज्बा और किसी भी काम को करने की लगन होनी चाहिए। इसी के साथ प्रतियोगिता समापन के उपरांत विजेता रहे सभी बच्चो को भी पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया। और साथ में आए हुए अध्यापकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।